इंडिया के इस गांव में बच्चे से लेकर बूढ़े तक सब हैं जुड़वा

यह गांव जुड़वा लोगों के लिए ही जाना जाता है। यहां करीब 350 लोग ऐसे हैं जो एक-दूसरे की तरह ही नजर आते हैं। इसका रहस्य अब तक कोई नही खोज पाया, लेकिन ऐसा माना जाता है कि जो भी इस गांव में जाता है यहां के जुड़वा लोगों के बीच ही खो जाता है। यह अनोखा गांव है केरल के मलप्पुरम जिले में स्तिथ कोडिन्ही गांव। 
नवजात से लेकर बुजुर्ग तक शामिल
350 जुड़वा लोगों में नवजात से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। यह गांव विश्वस्तर पर अपनी अलग पहचान रखता है। कोडिन्ही में हर 1000 बच्चों पर 45 बच्चे जुड़वा पैदा होते हैं। जब भी यहां कोई महिला गर्भवती होती है तो उसके बच्चे नही, बल्कि जुड़वा बच्चों का इंतजार करते हैं। इस गांव की आबादी 2000 है। यहां स्कूल से लेकर बाजार तक हर जगह आपको बड़ी संख्या में जुड़वा देखने मिल जाएंगे।

पहले तो संख्या कम ही थी
पहले तो इन जुड़वा बच्चों के पैदा होने की संख्या कम ही थी लेकिन अब यहां ज्यादा बच्चे जुड़वा ही पैदा होते हैं। जो पहले पैदा हुए वे अब जवान और बुजुर्ग हो चुके हैं। जिसकी वजह से पैरेंट्स से लेकर बुजुर्ग तक सब के सब जुड़वा नजर आते हैं। 
नजारा फिल्म के सेट की तरह
यहां का नजारा फिल्म के सेट की तरह लगता है। एक के बीमार होने पर डाॅक्टर दोनों बच्चों की दवा देते हैं। एक यदि रोता है तो दूसरा भी अपने आप ही उसके सुर में सुर मिलाने लगता है। यहां जो भी आता है आश्चर्य में पड़ जाता है। बाहरी लोगों को गांव में आने पर लोगों को पहचानने में काफी मुश्किल होती है, जबकि ग्रामीण एक-दूसरे को आसानी से पहचान लेते हैं। हालांकि कई बार ये भी शक्लों में उलझे नजर आते हैं। वैज्ञानिक इसके बारे में कई तरह के तर्क दे चुके हैं हालांकि इसका खास कारण अब तक हाथ नही लगा है।

Post a Comment

0 Comments