इन स्कूलों के बारे में जान रह जाएंगे दंग

पढ़ाई लिखाई एक जरूरी चीज है जिसे गरीब से गरीब और अमीर से अमीर इंसान तवज्जो देता है। इस प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए मानसिक और शारीरिक रुप से एक बच्चे को तैयार किया जाता है। ताकि जब वह भागदौड़ वाली जिंदगी का हिस्सा बने तो रेस में तेजी से दौड़ सके। स्कूल सिर्फ सुबह उठकर, नहा-धोकर, टिफिन पैक करके और कंधे पर बस्ता टांगने भर का प्रोसेस नहीं है बल्कि इस पूरे चक्र के जरिए एक देश की नई पौध तैयार की जा रही होती है। शायद इसीलिए ज्यादातर देशों में बजट का बड़ा हिस्सा शिक्षा के नाम पर जाता है। शिक्षा की बात शिक्षकों के बिना अधूरी है। आइए जानते है उन स्कूलों के बारे में जहां अजब गजब हालातों में भी नई पीढ़ी को शिक्षित बनाने की जुगत में लगे हुए हैं। 
एबो एलिमेंट्री स्कूल 
इस स्कूल के बारे में जानने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि न्यू मैक्सिका आर्टिस्टा के लोगों को पहले से पता था कि कोल्ड वार के दौरान वहां बमबारी होगी। शायद इसीलिए उन्होंने एक ऐसा स्कूल बनाया जो जमीन के ऊपर नहीं बल्कि नीचे चलता है। ये सिर्फ स्कूल नहीं बल्कि लोगों का आश्रय भी है। स्कूल में प्रवेश के लिए तीन रास्ते बने हैं। एक-एक दरवाजे का भार 800 किलोग्राम है। मतलब अंदर बंद हो जाएं तो बच्चे अकेले दरवाजा खोल भी न पाएं। 
ग्रे स्कूल ऑफ विजार्ड
अगर आप इस स्कूल के बारे में सुनेंगे तो आप हैरान हो जाएंगे। ये स्कूल हैरी पॉटर के डंबल डोर जैसे दिखने वाले ग्रेल एवनहर्ट ने तैयार किया है। इस स्कूल की स्थापना साल 2004 में की गई थी। यहां ऑनलाइन पढ़ाई होती है। इसके अलावा यहां कुल 16 डिपार्टमेंट हैं जिसमें हैरी पॉटर की तरह काला जादू वाला विभाग भी है। 
ब्रूकलिन फ्री स्कूल
इस स्कूल के बारे में जानने के बाद आपका दिल भी करेगा इसमें एडमिशन लेने का। इस स्कूल में न एग्जाम होता है, न रिजल्ट आता है, न अटेंडेंस का झंझट है और न ही होमवर्क का बवाल। यहां जिसका जो मन करे वो वह सब्जेक्ट पढ़ सकता है। यहां टीचरों को पढ़ाने के लिए बीएड डिग्रीधारी होने की भी जरूरत नहीं होती। इस स्कूल में टीचर ही नहीं होते हैं। छात्र ही टीचर होते हैं और उनको मॉनिटर कहा जाता है। 
ट्राबाजो या स्कूल   
स्पेन में बसा ये स्कूल अपने आप में पूरी दुनिया के लिए मिसाल है। ये स्कूल वैश्यावृत्ति की बारिकियों के बारे में बताता है। इसके लिए लोग फीस देकर एडमिशन लेते हैं और इस स्कूल को स्पेन की सरकार से मान्यता भी मिली हुई है। 
हेजल वुड एकेडमी 
 स्कॉटलेंड का ये स्कूल बड़ा ही दिलचस्प और अपने आप में अनूठा स्कूल है। यहां उन बच्चों को दुनियादारी सिखाई जाती है जो देख सुन नहीं सकते। इस स्कूल की दीवारों से लेकर जमीन तक में एक खास तरह की डिजाइन और वाइब्रेशन है। जहां ये बच्चे खुद ही अपना रास्ता तय करते हैं। स्कूल के सभी बच्चे अपना सारा काम खुद ही करते हैं। 

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